अभी अभी मेरे पास बिरला लाइफ इनश्योंरंस
कम्पनी से एक मैडम का फोन आया.
"सर, मैं बिरला लाइफ इनश्योंरंस कम्पनी से बोल रही
हूँ. आप क्या मिस्टर महेंद्र बोल रहे हो?"
"जी," मैंने कहा.
"सर, मेरे फोन करने का मकसद है कि आपको लाइफ इनश्योंरंस की बेहतर सुविधाएँ मिल सकें."
"अच्छा."
"जी, सर क्या मैं जान सकती हूँ कि आप किस कम्पनी में काम करते हो?"
मैंने कहा, "मैडम, मैं तो एक छोटी सी प्राइवेट कम्पनी में काम करता हूँ."
"सर, आपकी डेजिग्नेशन क्या है?"
"क्या, रेजिग्नेशन?" मुझे कुछ ऐसा ही सुनाई पड़ा.
"नहीं सर, डेजिग्नेशन. मतलब आपकी पोस्ट क्या है? मेनेजर, अकाउंटेंट, बिज़नेस, आदि."
मैंने कहा, "मैडम, मैं तो एक वर्कर हूँ."
"अच्छा, आप वर्कर हैं. ओके. थैंक यू." और इतना कहकर मैडम जी ने फोन काट दिया.
मैं सोचता रहा कि इस देश में वर्कर को लाइफ इनश्योंरंस का अधिकार नहीं है क्या...
"सर, मेरे फोन करने का मकसद है कि आपको लाइफ इनश्योंरंस की बेहतर सुविधाएँ मिल सकें."
"अच्छा."
"जी, सर क्या मैं जान सकती हूँ कि आप किस कम्पनी में काम करते हो?"
मैंने कहा, "मैडम, मैं तो एक छोटी सी प्राइवेट कम्पनी में काम करता हूँ."
"सर, आपकी डेजिग्नेशन क्या है?"
"क्या, रेजिग्नेशन?" मुझे कुछ ऐसा ही सुनाई पड़ा.
"नहीं सर, डेजिग्नेशन. मतलब आपकी पोस्ट क्या है? मेनेजर, अकाउंटेंट, बिज़नेस, आदि."
मैंने कहा, "मैडम, मैं तो एक वर्कर हूँ."
"अच्छा, आप वर्कर हैं. ओके. थैंक यू." और इतना कहकर मैडम जी ने फोन काट दिया.
मैं सोचता रहा कि इस देश में वर्कर को लाइफ इनश्योंरंस का अधिकार नहीं है क्या...